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Matlabi duniya sayri 2020 || vikash verma || मतलबी दुनिया शायरी २०२०


 Duniya sirf mtlb ki hai 
Apna kaam niakl Jane PR kabhi 
Yaad nhi krti


बारीस के समय सारे पछी आवास ढूडते है 
लेकिन बाज बादलौ से ऊपर उडकर 
सारी सम्सया को ही टाल देता है ।

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