'लालच'और "डर' सबको ,
गद्दार बना देता है
Mr VIKASH Verma
रिश्ते सबसे रखो लेकिन ,
उम्मीद किसी से नहीं
Mr VIKASH Verma
जब तक तुम्हारे पास पैसा है ,
तब तक दुनिया पूछेगी कि भाई तू कैसा है
Mr VIKASH Verma
तभी बोलो जो चुप रहने से बेहतर है
गलतियां सुधारी जा सकती है ,
गलतफहमी अभी सुधर जा सकती है,
लेकिन गलत सोच नहीं सुधर जाती
Vikash Verma
अपने इतिहास और अपना रहस्य
किसी को मत बताओ क्योंकि यही बात आपको बर्बाद कर देंगे
Vikash Verma
भीड़ में सभी लोग अच्छे नहीं होते,
क्योंकि अच्छे लोगों की कभी भीड़ नहीं
Vikash Verma
बदला लेने की नहीं बदलाव लाने की सोच रखी है
जो जितना सफल होता है ,
उतना ही उसकी निंदा भी होती है
हमारी गलतियों का सुधार तो हमारे पास है ,
और लोगों के पास तो सिर्फ सुझाव है
Vikash Verma
किसी और से कभी भी आशा रखिए क्योंकि जिसे जितने ज्यादा आशा होगी आपको इतनी निराशा मिले
Vikash Verma
अगर आप अपनी जगह सही हो तो ,
आप को साबित करने की कोई आवश्यकता नहीं
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