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जीवन में चाहीेये शांती? तो श्रीमद् भागवत का कीजीये श्रवण


दोस्तो आज धर्म के आर्टिकल में कुछ एसी जानकारी प्राप्त करेंगे और साथ ही कुछ एसी बात करेंगे जो आपो जीवन में बहुत काम आयेगी.



आज हम चर्चा करने वाले है श्रीमद् भागवत महापुराण के बारे में. दोस्तो श्रीमद् भागवत महापुराण, एक एसा महापुराण है जीसकी महिमा अपरंपार है. क्योंकी इस पुराण मे भगवान कृष्ण का जीवन है. इसके साथ ही इस पुराण में जीवन उपयोगी कइ एसी बाते की गयी है की जीसको यदी आप जानते है और जानने के बाद अपनाते है तो फीर आपका जीवन मंगलमय बनेगा.

दोस्तो आप में से कइ लोगो को ये बात की जानकारी होगी की 18 पुराण जो है उनके रचयिता वेदव्यासजी है. परंतु वेदव्यासजी ने 17 पुराण लीखने के बाद सबसे अंत में 18वा पुराण श्रीमद् भागवत महापुराण लीखा. वेदव्यासजीने श्रीमद् भागवत महापुराण लीखने के बात अपनी कलम को भागवतजी के श्री चरणो में समर्पित कर दीया. क्योंकी उन्होने सोचा की श्रीमद् भागवत महापुराण लीखने के बाद मुजे जो शांती मीली है वह यदी कोई अन्य पुराण लीखने के बाद ना मीले तो.



इस कारण वेदव्यासजीने श्रीमद् भागवत महापुराण लीखने के बाद अपनी कलम को भागवतजी के श्री चरणो में समर्पित कर दीया और फीर उन्होने कोई पुराण नही लीखा. दोस्तो भागवत पुराण सुनने के बाद मुजे भी गजब का अनुभव हुआ. मेने अनुभव कीया की भागवत पुराण सुनने से एवं भगवान श्री कृष्णजी के चरणोमें अपना मन लगाकर सुनने से जीवन में शांती बहुत मीलती है.

यदी आप जीवन में बहुत परेशान है. आप को बहुत टेंशन रहता है आपके जीवन में अशांती है, कष्ट है, तो आइये भागवतजी के चरणो में. कोइभी कथाकार के मुखसे यु ट्युब या अन्य माध्यम से पूर्णतः श्रद्धा और आस्था के साथ भागवत कथा सुनीए और फीर देखीये की आपको जीवन में कीतनी शांती मीलती है.

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